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Wednesday, September 18, 2024
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राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं की परेशानियां पर ट्रेड यूनियन ने सरकार को चेताया

गोंडा। आज 16 अप्रैल 2023 को ट्रेड यूनियन कार्यालय गोंडा महाराजगंज में स्कीम वर्कर समन्वय समिति जनपद गोंडा के नेतृत्व में महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी संगठन की पदाधिकारियों की मीटिंग आयोजित की गई।

बैठक का संचालन जनपद प्रभारी वंदना सिंह और अध्यक्षता स्कीम वर्कर समन्वय समिति मंडल महामंत्री मीनाक्षी खरे ने किया ।

बैठक को संबोधित करते हुए गिरजावती ने महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान समय में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा महिला स्वावलंबन के इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत व्यापक पैमाने पर चलाया जा रहा है। वहीं विभागीय स्तर पर राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं की परेशानियां दिन प्रतिदिन बढ़ रही है।

ऐसी स्थिति में स्कीम वर्कर समन्वय समिति पूरे उत्तर प्रदेश में कामकाजी महिला सेवा समिति का गठन ग्राम पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक करने पर विचार कर रही है। ग्रामीण अंचल पर काम कर रही महिला स्वयं सहायता समूह की बहनें, केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को पारदर्शी ढंग से चलाने के लिए पूरा प्रयास कर रही हैं।

चाहे आईसीडीएस में राशन वितरण का मामला हो चाहे गांव में सभी संचालित योजनाओं की जानकारी जनमानस को देना हो, बखूबी अपने कर्तव्यों को निभा रही हैं । लेकिन सरकार और विभाग इन्हें बंधुआ मजदूर समझकर समय से इनका पारिश्रमिक भुगतान नहीं कर रही है।

लंबे अरसे से काम कर रही मनरेगा में मेट समूह सखी, शौचालय पर केयरटेकर, बीसी सखी, विद्युत सखी उपेक्षा का दंश झेल रहीं है। राशन वितरण करने वाली समूह की बहनों को 2 वर्ष से पारिश्रमिक भुगतान ना होने से आंगनबाड़ी केंद्रों तक राशन सुचारू रूप से नहीं पहुंच पा रहा है। विभाग और गैंगवार की गठजोड़ से एक ही समूह को आधा दर्जन काम देकर उन्हें समय-समय पर सरकार के सामने पुरस्कृत भी किया जा रहा है। अन्य गरीब समूह की महिलाएं कोई काम ना पाने से अपने आप को ठगा महसूस कर रही हैं।

कुछ महिला स्वयं सहायता समूह तो ऐसे भी हैं जिन्हें अभी तक सीआईएफ स्टार्टअप रिवाल्विंग फंड नहीं मिल पाया है। ऐसी स्थिति में जनपद के सभी ट्रेड यूनियनों की पहल पर एक लंबे संघर्ष छेड़ने की कवायद शुरू कर दी गई है।

जिला प्रशासन और विभागीय स्तर से अगर मांगों पर गंभीरता से लेकर निराकरण नहीं किया गया तो 1 मई मजदूर दिवस पर ट्रेड यूनियन कार्यालय पर कन्वेंशन कर माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश शासन को ज्ञापन भेजा जाएगा।

कामकाजी महिला सेवा समिति के संरक्षक दिलीप शुक्ला ने बताया कि महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के लिए ट्रेड यूनियनों के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार को जो मांग पत्र भेजा जा रहा है उस में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय आजीविका मिशन में काम कर रहे सभी कर्मचारियों को नियमित और न्यूनतम वेतन सेवानिवृत्त पर पेंशन ईपीएफ दिया जाए । समूह से जुड़ी सभी कर्मचारियों को समय से मानदेय दिया जाए। राशन वितरण करने वाले समूह को तत्काल भुगतान किया जाए। मनरेगा मे नियुक्त मेट को काम दिया जाए, उन्हें भुगतान किया जाए। शौचालय पर काम कर रही केयरटेकर का समस्त बकाया राशि तत्काल खाते में भेजा जाए तथा उनका खाता एकल किया जाए। समूह सखी क्षेत्र में चलने के लिए पेट्रोल चलित वाहन और मानदेय समय पर दिया जाए।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिला स्वयं सहायता समूह को रोजगार हेतु जो फंड पहली बार महिला कराया गया है यह सब आप अप्रशिक्षित महिला हैं। किसी प्रकार का प्रशिक्षण नहीं प्राप्त किया है। सरकार देश में उद्योग संचालन हेतु पूंजीपतियों का तमाम कर्जा माफ कर दिया है। इन महिलाओं को भी जो पहली किस्त दिया गया हो उसे माफ किया जाए और इनके द्वारा निर्मित सामग्री के विपणन की व्यवस्था कराई जाए।

पूर्व में 15 अगस्त को महिला स्वयं सहायता समूह के झंडा सिलाई किए जाने के नाम पर जबरदस्त घोटाला हुआ जिस पर कार्यवाही के नाम पर लीपापोती हुई। झंडा महिलाओं को सील कर गांव पंचायतों को देना था। सिला सिलाया झंडा आपूर्ति हो गया और फर्जी तरीके से कुछ चहेते समूह के खाते में पैसा डाल कर आधा आधा बांट लिया गया। जिसकी शिकायत उच्चस्तरीय हुई, परंतु बीच में ही मामला रफा-दफा कर दिया गया। झंडे के घोटाले को देखते हुए जनपद गोंडा में राष्ट्रीय झंडा को जलाने का भी काम किया गया जो काफी शर्मनाक रहा। मांग किया जाता है कि तत्काल इस घोटाले का भी पर्दाफाश किया जाए। यदि ऐसा नहीं होता है तो 1 मई मजदूर दिवस के अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ और माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार को इस घोटाले के पूरे प्रकरण को उजागर करने के लिए ट्रेड यूनियनों की आयोजन समिति जनपद गोंडा की तरफ से पत्राचार किया जाएगा।

बैठक में नीलम, रीता देवी, पूनम गौतम, किरण सिंह, सुगरा देवी, विनीता सिंह, कृपा वती, नीतू, रुचि सिंह, सुनीता, सुशीला, शिल्पा विश्वकर्मा सहित कई महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

 

 

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