मामले में श्रीमती पत्नी ब्रह्मदीन व दो अन्य लोगों ने शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
धोखाधड़ी कर फरार चल रहे बीसी संचालक से जुड़ा है मामला।
कर्नलगंज, गोण्डा। भंभुआ के इलाहाबाद बैंक के वर्षों से फरार चल रहे बी सी संचालक विनोद कुमार गौतम के कुर्क किए गए घर पर उसका पिता रामपाल बिना प्रशासन के अनुमति के रह रहा है। इस मामले में चंगेरिया निवासी श्रीमती पत्नी ब्रह्मदीन व दो अन्य लोगों ने भी शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। जिससे एक बार फिर धोखाधड़ी कर फरार चल रहे बीसी संचालक का मामला गरमाने लगा है। बता दें कि पुलिस अभी तक अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। श्रीमती ने कहा है कि मेरे बेटे ने 30000 जमा किए थे जिसे बीसी संचालक विनोद गौतम ने धोखाधड़ी कर निकाल लिया और शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। पीड़िता ने एक और आरोप लगाते हुए कहा है विनोद के पिता रामपाल उस घर में रह रहे हैं जिसे प्रशासन द्वारा कुर्क कर सीज कर दिया गया था। उनका आरोप है कि पैसा मांगने पर उसके पिता कहते हैं कि विनोद को हमने बेदखल कर दिया है अब प्रश्न ये उठता है कि बेदखल करने की बात कहने वाले उसके पिता आखिर सीज घर में कैसे रह रहे हैं? यह बाप बेटे की मिलीभगत हो सकती है यह अपने आप में जांच का एक गंभीर विषय है।
वहीं रवि शंकर सिंह पुत्र चंद्रपाल सिंह निवासी भंभुआ ने शिकायती पत्र देकर कहा है कि बीसी संचालक विनोद गौतम को नगद जमा करने के लिए उन्होंने पांच लाख रुपए दिए थे जो कि उसने नहीं जमा किया और बीसी सेंटर बंद कर फरार हो गया। संभ्रांत जनों की पंचायत में उसके पिता ने उक्त धनराशि को देने का वादा किया था और अब मांगने पर उसे हरिजन एक्ट में फंसाने की धमकी दे रहे हैं जिससे पीड़ित परेशान है। वहीं रंभा देवी पत्नी कौशल कुमार ने भी शिकायती पत्र दिया है जिसमें कहा गया है कि प्रार्थिनी के देवर मनोज ने सऊदी अरब से मार्च 2020 में 38000 रुपया भेजा था जिसे विपक्षी विनोद ने जमा करने और पासबुक चढ़ाने के बहाने अपने पास जमा कर लिया और इसी के कुछ दिनों बाद वह केंद्र बंद कर फरार हो गया। पीड़िता ने बताया है कि बीसी संचालक के सहयोगी विकास, सुभाष, सर्वेश और सूरज निवासी चंगेरिया ने विपक्षी द्वारा पैसा देने का आश्वासन दिया था लेकिन पैसा वापस नहीं किया गया और अब मांगने पर अभद्रता और गाली गलौज करते हैं। मामले में तीनों पीड़ितों ने पुलिस से कार्रवाई के साथ न्याय की गुहार लगाई है। मामले में जानकारी करने हेतु चौकी प्रभारी भंभुआ से संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उनका फोन नहीं उठा। वहीं इस संबंध में कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। पीड़ित भंभुआ पुलिस चौकी पर गया होगा।