- एसपी से गुहार लगाने के बाद भी पुलिस ने अभी तक नहीं दर्ज किया मुकदमा
थाना प्रभारी मनोज कुमार राय पर आरोपी को संरक्षण देने और सुलह समझौता करने हेतु दबाव बनाने का आरोप।
कटरा बाजार/गोण्डा। एक तरफ जहां योगी सरकार द्वारा महिलाओं,बालिकाओं की सुरक्षा हेतु तरह तरह का अभियान चलाया जा रहा है वहीं पीड़ित महिलाओं को न्याय के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है और कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। थाना क्षेत्र के अन्तर्गत एक पीड़ित महिला से घर में घुसकर छेड़छाड़ एवं दुष्कर्म के प्रयास के मामले में न्याय के लिए एसपी से गुहार लगाने के बाद भी पुलिस ने तीन सप्ताह बीतने के बाद भी अभी तक मुकदमा दर्ज नही किया है। यही नहीं स्थानीय थाने की बेलगाम पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है और थाना प्रभारी मनोज कुमार राय पर आरोपी को संरक्षण देने और सुलह समझौता करने हेतु दबाव बनाने का भी आरोप है।
मामला थाना कटरा बाजार क्षेत्र से जुड़ा है। यहाँ की निवासिनी पीड़ित महिला ने एक युवक पर घर में घुसकर छेड़छाड़ कर दुष्कर्म करने का प्रयास और मारपीट का आरोप लगाया है। मामले में स्थानीय थाने की पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज ना करने और आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई ना करने से पीड़िता द्वारा मजबूर होकर पुलिस अधीक्षक गोंडा को प्रार्थना पत्र देकर एफआईआर दर्ज करने एवं त्वरित कार्रवाई करने की गुहार लगाई जा चुकी है। एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में महिला का कहना है कि विपक्षी फरीद अहमद अंसारी पुत्र मोइनुद्दीन अंसारी प्रार्थिनी को उसके ससुराल में आये दिन उसके मोबाइल नंबर पर फोन कर अश्लील बातें व अश्लील मैसेज करता है। मना करने पर भद्दी भद्दी गालियां देता है। दिनांक 28/3/2023 को प्रार्थिनी अपने मायके में थी और उसके माता-पिता बाजार गए हुए थे तभी विपक्षी फरीद अहमद घर में घुस आया और अश्लील हरकतें करते हुए प्रार्थिनी के कपड़े फाड़ दिए और गलत काम करने की नियत से उसको जबरन जमीन पर गिरा दिया। प्रार्थिनी के विरोध पर लात मूका थप्पड़ से मारा-पीटा। प्रार्थिनी के हल्ला गुहार पर प्रार्थिनी की भांजी आ गई और उक्त घटना को देखा। तब विपक्षी फरीद अहमद प्रार्थिनी व उसकी भांजी को यह धमकी देते हुए भाग गया कि यदि इस घटना के संबंध में किसी को बताया तो इस बार तो बच गई हो दोबारा नहीं बचोगी। प्रार्थिनी द्वारा अपने साथ हुई घटना की सूचना तुरंत स्थानीय थाने को दी गई लेकिन थाने द्वारा आर्थिक व राजनीतिक दबाववश कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिससे विवश होकर पीड़िता ने घटना के संबंध में न्याय की आस में एसपी को प्रार्थना पत्र देकर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर उचित कार्यवाही करने की गुहार लगाई। इसके बावजूद करीब तीन सप्ताह बीतने को है लेकिन अभी तक स्थानीय पुलिस ने पीड़िता की एफआईआर दर्ज ना करके आरोपी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं पीड़ित महिला ने आरोपियों से जानमाल का खतरा जताते हुए थाना प्रभारी मनोज कुमार राय पर आरोपी को संरक्षण देने और सुलह समझौता करने हेतु दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है। अब देखना यह है कि जिले के तेजतर्रार कहे जाने वाले एसपी आकाश तोमर की इस घटना पर नजर पड़ती है या नहीं और क्या कार्रवाई की जाती है?