वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की हर्षोल्लास के साथ मनाई गई जयंती
दासता स्वीकार करने हेतु अकबर के चार प्रस्तावों को महाराणा प्रताप ने ठुकराया – बृजभूषण
कर्नलगंज, गोण्डा। महाराणा प्रताप के जयंती के पावन अवसर पर चित्रगुप्त इण्टर कालेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता नेता अवधेश सिंह व संचालन सुनील सिंह ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभा क्षेत्र कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह व विशिष्ट अतिथि बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश सिंह रहे।
दासता स्वीकार करने के लिए अकबर ने महाराणा प्रताप को समझाने के लिए चार बार प्रस्ताव भेजे,प्रस्ताव में कहा कि आप केवल अधीनता स्वीकार कर लीजिए आपका राज्य जैसा है वैसा ही रहेगा। महाराणा प्रताप ने अधीनता स्वीकार करना तो दूर इस विषय पर बात करना भी उचित नहीं समझा। इसी इन्कार के बाद उस महायुद्ध की नींव पड़ी जिसे हम लोग हल्दीघाटी के नाम से जानते है। उक्त बातें मां वाराही परिवार द्वारा श्री चित्रगुप्त इंटर कॉलेज में आयोजित महाराणा प्रताप जन्मोत्सव में बोलते हुए बतौर मुख्य अतिथि कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कही। उन्होंने महाराणा प्रताप के त्याग,बलिदान व गौरवशाली इतिहास की याद दिलाते हुए उनके पद चिन्हों पर चलने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं।9 मई के बहाने महाराणा प्रताप के इस अमर इतिहास में ठीक से झांकने का अवसर मुझे भी मिला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अवधेश सिंह ने कहा कि 9 मई 1540 को कुंभलगढ़ में जन्मे महाराणा प्रताप को मुगल सल्तनत से जंग विरासत में मिली,उनके पिता राणा उदय सिंह ने भी मुगल सम्राट अकबर की दासता स्वीकार नहीं की थी।महाराणा प्रताप भी ताउम्र स्वतंत्रता के लिए लड़ते रहे,अखिलेश यादव जी ने महाराणा प्रताप की जयंती को राजकीय पर्व घोषित करते हुए सार्वजानिक अवकाश की घोषणा की। इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारी मांग है कि केंद्र सरकार इसे राष्ट्रीय पर्व घोषित करे।
उच्च शिक्षा चयन आयोग के सदस्य रहे प्रोफेसर शेरबहादुर सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की रक्षा के लिये महाराणा प्रताप सिंह ने घास की रोटी तक खाया। जंगलों में विचरण करके कोल भीलों की सहायता से मुगल आताताइयों का सामना किया। आयोजित कार्यक्रम में मां वाराही परिवार के मुखिया सुभाष सिंह द्वारा सांसद बृजभूषण शरण सिंह, बीएसए अखिलेश सिंह,गोल्ड मेडलिस्ट नेहा सिंह,हिंदुस्तान पेट्रोलियम के चीफ इंजीनियर विवेक सिंह के संरक्षक के रूप में मौजूद हनुमान सिंह विसेन,आलोक सिंह , वरिष्ठ समाजसेवी मान बहादुर सिंह , इंस्पेक्टर शैलेश सिंह, प्रधान गब्बू सिंह,चंद्रभान सिंह, शेर बहादुर सिंह जैसे विशिष्ट हस्तियों को मां वाराही परिवार द्वारा महाराणा प्रताप सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को डॉ. श्याम बहादुर सिंह, डॉ० आर.बी. सिंह , डॉ.एके. सिंह,हनुमान सिंह विशेन,केबी,वजीरगंज ब्लॉक प्रमुख पंकज सिंह, हर्षित सिंह सूर्यवंशी, नीरज सिंह , नील ठाकुर सहित तमाम लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अवधेश सिंह व संचालन सुनील सिंह ने किया। कार्यक्रम में चंद्रभान सिंह, महादेव प्रसाद मौर्य, ज़ि०पं० विवेक सिंह,श्याम किशोर मिश्रा,शुभम सिंह ,भोलू सिंह ,लल्ला सिंह, रामजी लाल मोदनवाल,प्रमोद सिंह, अशोक सिंह,परमेश्वर सिंह ,सुनील सिंह , शिवम सिंह, राहुल सिंह, राघवेंद्र सिंह, अजय सिंह, मन्नू सिंह , अमित सिंह,रणंजय सिंह,सिद्धांत सिंह,आशीष सिंह,सचिन सिंह,पुनीत सिंह, पवनदेव सिंह,अमन सिंह, शुभम सिंह, सत्यप्रकाश तिवारी,वीरेंद्र सिंह,अभय सिंह, प्रदीप सैनी, आदर्श सिंह, रिंटू सिंह ,रवि सिंह,गगन सिंह, संदीप सिंह, सुनील सिंह, जितेंद्र सिंह,रामप्रकाश सिंह,श्यामफूल तिवारी, मोनू सिंह, अंकित सिंह ,सोनू सिंह, राजा सिंह,मनीष सिंह,सत्यम सिंह, शशांक सिंह सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का सुभाष सिंह द्वारा आभार प्रकट किया गया।