पूर्वोत्तर रेलवे गोण्डा के प्लेटफॉर्म पर नियम विरूद्ध बिक रही खाद्य सामग्री
कॉमर्शियल विभाग के अधिकारियों पर लग रहा मिलीभगत का आरोप।
गोण्डा। एक तरफ रेलवे महाप्रबन्धक गोरखपुर से लेकर मण्डल रेल प्रबंधक लखनऊ सहित सीनियर डीसीएम द्वारा रेल यात्रियों के खानपान एवं अन्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए संबधित विभाग को गाइड लाइन का पालन कराने का निर्देश दिए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ खानपान के स्टालों व थ्री व्हीलर सहित ए.एच. व्हीलर कंपनी एण्ड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा चलवाए जा रहे ठेलों पर घटिया किस्म के खाद्य पदार्थ की बिक्री खुलेआम की जा रही है। विदित हो कि रेलवे प्लेटफॉर्मो पर घटिया किस्म की पैकिंग में गुलाब रेवड़ी,पेठा सहित अन्य खाद्य पदार्थ बगैर एफएसएसएआई रजि0 नम्बर के ही धड़ल्ले से बिक रहे हैं,जिसकी खबर पूर्व में कई समाचार पत्रों व सोशल मीडिया द्वारा प्रकाशित की जा चुकी है। रेलवे स्टेशन पर ए.एच. व्हीलर कंपनी एण्ड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा चलवाए जा रहे ठेलों पर मानक विहीन पैकेट में अवैध रूप से गुलाब रेवड़ी की बिक्री कराए जाने की जांच चल ही रही थी कि अब मानक विहीन पैकेट में बगैर कोई स्टीकर के ही अवैध रूप से पेठा बिक्री किया जा रहा है। बिक्री करने वाले वेंडर ने बताया कि हम तो कर्मचारी हैं जो पदार्थ कम्पनी हमें देगी उसी को तो हम बेचेंगे जिसका वीडियो वायरल व खबर प्रकाशित होने पर कॉमर्शियल विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई। मालूम हो कि दिनाँक 11.6.2023 को पत्रकार जितेंद्र तिवारी व शशिधर पाण्डेय किसी काम से प्लेटफार्म नम्बर 01 पर गए हुए थे जहां स्थित स्टॉल नम्बर 02 पर उनके द्वारा पूड़ी सब्जी के गुणवत्ता की पड़ताल करने पर मौजूद वेंडर द्वारा मात्र आलू की सब्जी व 05 पूड़ी के 30 रुपए मांग किया गया। निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य सुनकर पत्रकार द्वारा डीसीआई सुनील कुमार मिश्रा को फोन लगाने पर फोन रिसीव नही हुआ तत्पश्चात प्लेटफार्म इंस्पेक्टर के.एल. यादव ने दूरभाष पर बताया कि उनकी मां हॉस्पिटल में भर्ती हैं,अभी किसी को भेज रहे हैं। कुछ समय बाद विनोद नामक कर्मचारी द्वारा स्टाल पर जाकर पूछताछ करने के बाद गैर जिम्मेदाराना अंदाज में कहा गया कि यदि आप लोगों को आलू की सब्जी पूड़ी पसन्द नही है तो दूसरे दुकान पर ले लीजिए। कुछ क्षण बाद पत्रकारों द्वारा आरपीएफ पोस्ट गोण्डा में शिकायती पत्र देने के बाद डीसीआई कार्यालय आकर शिकायत पुस्तिका की मांग करने पर वही विनोद नामक कर्मचारी ने कहा कि प्लेटफॉर्म इंस्पेक्टर से बात करने के बाद आपको शिकायत पुस्तिका देंगे। इतना कहने के बाद वह अपने फोन से किसी से बात करने के बाद दरवाजे को बन्द कर लेने के बाद आरपीएफ व जीआरपी को बुलाया। पुलिस पहुंचने पर उसने कहा कि 02 लोगों के पास प्लेटफार्म टिकट है शेष 03 लोग 260 पेनाल्टी जमा करने के बाद ही बाहर जा सकेंगे। पत्रकारों द्वारा पेनाल्टी जमा करने का प्रयास किया गया परन्तु उसके द्वारा पेनाल्टी नही काटी गई। अब सवाल यह उठता है कि यदि पत्रकारों की गलती थी तो पेनाल्टी क्यों नही काटी गई व दरवाजा बन्द करके अपमानित क्यों किया गया। वहीं पत्रकारों का कहना है कि विनोद कर्मचारी किए गए समस्त अनुशासन हीनता को कवरेज कर लिया गया है और शीघ्र ही इसके विरुद्ध कानूनी धारा 499,500 आईपीसी एक्ट की लीगल नोटिस देकर मानहानि का मुकदमा लिखाया जाएगा। पत्रकारों द्वारा यह भी कहा गया कि प्लेटफार्म इंस्पेक्टर के.एल.यादव स्थानीय निवासी होने के चलते कई वर्षों से गोण्डा में जमे हुए हैं। चर्चा को मानें तो यदि संबंधित सुरक्षा कर्मियों द्वारा अवैध व मानकविहीन खाद्य पदार्थ पर कार्यवाही करने का प्रयास किया जाता है तो कामर्शियल विभाग के अधिकारी कहते हैं कि यह सब हमारे अधिकार क्षेत्र में है इसलिए आप लोग हस्तक्षेप न करें तो बेहतर होगा। जिससे स्पष्ट होता है कि कामर्शियल विभाग के शह पर ही पूर्वोत्तर रेलवे गोण्डा के प्लेटफॉर्म पर मानकविहीन खाद्य पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है।