कर्नलगंज/कटरा बाजार,गोण्डा। क्षेत्र के बीजेपी विधायक के भाई के बगावती तेवर ने नगर पंचायत कटरा बाजार में भाजपा से जीत छीन ली और चेयरमैनी सपा की झोली में डाल दी। आपको बता दें कि नगर पंचायत कटरा बाजार के परिसीमन/सीमा विस्तार में चार ग्राम पंचायतों को शामिल करने के बाद भाजपा ने जीत हांसिल करने की जुगत की थी लेकिन क्षेत्रीय विधायक बावन सिंह के भाई विजय प्रताप सिंह उर्फ तिरपन सिंह के बगावती तेवर ने भाजपा के हाथ आने वाली जीत को छीन कर सपा की झोली में डाल दिया। मालूम हो कि कटरा बाजार नगर पंचायत करीब 100 साल से अधिक पुरानी नगर पंचायत है। यहां पर समाजवादी पार्टी का लगातार दबदबा रहा है। बीते दो कार्यकाल में मुजीबुल हसन सुबराती यहां के चेयरमैन रहे। इस बार उन्होंने अपनी बेटी शमा परवीन को चुनाव मैदान में उतारा था वहीं भाजपा ने पार्टी कैडर के नेता अर्जुन प्रसाद तिवारी को मैदान में उतारा था। बता दें कि नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा विधायक बावन सिंह के भाई विजय प्रताप सिंह उर्फ तिरपन सिंह टिकट मांग रहे थे लेकिन भाजपा से टिकट ना मिलने पर उन्होंने अपने विधायक भाई को निशाना बनाया और बगावती तेवर अपनाकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी पत्नी कमलेश सिंह को चुनाव मैदान में उतार दिया। इसी के साथ नगर पंचायत में शामिल चरेरा गांव के राजेश पाण्डेय ने भी निर्दल उम्मीदवार के रूप में चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की। जानकारों की मानें तो विधायक के भाई की पत्नी ने भाजपा प्रत्याशी को शिकस्त दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और भाजपा को हाथ में यह सीट आने से फिसलकर सपा के झोली में चली गई। जिसका परिणाम फिर वही निकला और मुजीबुल हसन सुबराती की बेटी शमा परवीन समाजवादी पार्टी से जीतने में कामयाब रहीं और राजनीतिक दिग्गजों की प्रतिष्ठा का विषय बनी कटरा बाजार नगर पंचायत अध्यक्ष सीट पर सपा का वर्चस्व बरकरार रहा।