डीएम नेहा शर्मा एक्शन में, ग्राम चौपालों में प्राप्त जन शिकायतों पर मांगी कार्यवाही रिपोर्ट
ग्राम चौपाल में प्राप्त हर एक शिकायत पर है डीएम की नजर, प्रतिदिन कर रहीं हैं समीक्षा
जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधीक्षण अभियन्ता, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी से किया जवाब-तलब
डीएम ने तीन दिन में मांगी कार्यवाही की रिपोर्ट
गोण्डा जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा के सख्त निर्देशों के बाद भी जन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही छह अधिकारियों को भारी पड़ गई। नाराज जिलाधिकारी ने सभी छह अधिकारियों को नोटिस थमा दिया है। इनमें, जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधीक्षण अभियन्ता, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने सभी को सख्त चेतावनी देते हुए ग्राम चौपाल में प्राप्त जन शिकायतों के निस्तारण के संबंध में आख्या मांगी है। तीन दिन का समय दिया गया है। निर्धारित समयसीमा के भीतर आख्या उपलब्ध न कराए जाने की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। डीएम ने कहा है कि जनशिकायतों पर चलताऊ टिप्पणी या रिपोर्ट मंगाने की प्रवृत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी। साथ ही, शिकायतकर्ताओं का पूरा विवरण भी दर्ज किया जाए, जिससे जरूरत पड़ने पर उनका फीडबैक लिया जा सके।
उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि जनशिकायतों का निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इसमें, किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। यह सभी के लिए यह अन्तिम चेतावनी है। इसके बाद भी निस्तारण सुनिश्चित न होने पर वेतन रोकने के साथ-साथ शासकीय दायित्व के निर्वाहन में लापरवाही व निर्देशों की अनदेखी के दृष्टिगत संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही हेतु शासन को संस्तुति प्रेषित की जाएगी।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बीती 12 जून को गोण्डा जिले की कमान संभाली थी। उनके द्वारा 20 जून को ग्राम चौपाल की शुरुआत की गई। अगस्त तक सभी 16 विकासखण्डों के 96 ग्रामों में ग्राम चौपाल आयोजित की गई। प्रत्येक सप्ताह मंगलवार और शुक्रवार को चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्वयं ग्रामों में पहुंचकर शिकायतों की सुनवाई की और संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए।
एक-एक शिकायत पर है डीएम की नजर
ग्राम चौपाल में प्राप्त जनशिकायतों के निस्तारण हेतु जिलाधिकारी स्वयं एक-एक शिकायत पर नजर रखे हुए हैं। प्रतिदिन इनकी समीक्षा की जा रही है। इस दौरान कई बार कहने के बावजूद कुछ अधिकारियों के स्तर पर शिकायतों के निस्तारण के संबंध में आख्या नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। बता दें, पूर्व में भी जिलाधिकारी के स्तर पर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, लोक निर्माण विभाग और बिजली विभाग को विशेष रुप से नोटिस भी जारी किया गया था।
(बॉक्स)
अधिकारी का नाम लम्बित शिकायतें
1. जिला पंचायत राज अधिकारी 14
2. अधीक्षण अभियन्ता, विद्युत वितरण मण्डल, गोण्डा 28
3. जिला विद्यालय निरीक्षक 05
4. मुख्य चिकित्सा अधिकारी 10
5. जिला कार्यक्रम अधिकारी 08
6. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी 06